https://janmatexpress.com/category/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4/ की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा GST यानी वस्तु एवं सेवा कर से संचालित होता है। हाल ही में जारी हुए आंकड़े यह साफ़ दिखाते हैं कि देश की जीएसटी कमाई में कौन से राज्य सबसे आगे हैं — और इससे न सिर्फ उनकी वित्तीय सेहत बल्कि उत्पादन व खपत के पैटर्न भी समझे जा सकते हैं। महाराष्ट्र ने ₹3.6 लाख करोड़ के साथ सबसे बड़ा योगदान दिया है, जबकि कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु और हरियाणा भी टॉप 5 में शामिल हैं।
लेकिन सिर्फ आंकड़ों से बात पूरी नहीं होती। जब हम IGST और SGST के अंतर को समझते हैं, तभी हमें असली तस्वीर नजर आती है — कौन से राज्य निर्माता हैं, कौन उपभोक्ता, और इस डेटा से भारत के आर्थिक नक्शे पर कौन से राज्य चमक रहे हैं।
टॉप 5 राज्य – GST राजस्व (2024-25):
- महाराष्ट्र – ₹3.6 लाख करोड़
- कर्नाटक – ₹1.6 लाख करोड़
- गुजरात – ₹1.4 लाख करोड़
- तमिलनाडु – ₹1.3 लाख करोड़
- हरियाणा – ₹1.2 लाख करोड़
IGST बनाम SGST: फर्क क्या है और क्यों ज़रूरी है?
GST व्यवस्था के तहत दो प्रकार के टैक्स लगाए जाते हैं:
- CGST (Central GST) + SGST (State GST) – जब ट्रांजैक्शन राज्य के भीतर होता है।
- IGST (Integrated GST) – जब माल एक राज्य से दूसरे राज्य में जाता है।
अब जब किसी राज्य में IGST ज्यादा होता है, तो इसका मतलब है कि वह राज्य माल का निर्यात यानी उत्पादन और आपूर्ति केंद्र है।
वहीं, अगर SGST ज्यादा है, तो राज्य के भीतर ही ज्यादा खपत और खुदरा व्यापार हो रहा है — यानी वह राज्य उपभोक्ता आधारित अर्थव्यवस्था दर्शाता है।
IGST-Heavy राज्य (उत्पादक/निर्यातक राज्य):
- महाराष्ट्र – देश का सबसे बड़ा औद्योगिक राज्य, भारी मात्रा में इंटर-स्टेट सप्लाई
- कर्नाटक – आईटी और मैन्युफैक्चरिंग हब
- राजस्थान – टेक्सटाइल और सीमेंट जैसी इंडस्ट्रीज का केंद्र
SGST-Heavy राज्य (उपभोक्ता राज्य):
- गुजरात – मजबूत खपत और रिटेल नेटवर्क
- तमिलनाडु – लोकल कंजम्प्शन और इलेक्ट्रॉनिक्स/टेक्नोलॉजी मार्केट
- उत्तर प्रदेश – भारत की सबसे बड़ी आबादी और उपभोग बाजार
ध्यान दें: IGST और SGST में अंतर कई बार मामूली होता है, पर यह आर्थिक नीति और संसाधन आवंटन की दिशा तय करता है।
विश्लेषण और ट्रेंड:
- महाराष्ट्र ₹3.6 लाख करोड़ के साथ GST लीडर है
- हरियाणा जैसे छोटे राज्य ने ₹1.2 लाख करोड़ अर्जित कर चौंकाया
- राजस्थान IGST में मजबूत, भले ही टॉप 5 में न हो
- IGST-heavy राज्य: औद्योगिक और निर्यात केंद्र
- SGST-heavy राज्य: खपत और लोकल व्यापार में अग्रणी
GST आंकड़े केवल टैक्स कलेक्शन नहीं, बल्कि राज्य की आर्थिक शक्ति, उद्योग क्षमता और उपभोग पैटर्न की गहराई से झलक दिखाते हैं। यह आंकड़े नीति निर्माताओं के लिए एक रोडमैप हैं — जो बताते हैं कि भारत का फिस्कल फोकस कहां होना चाहिए।
Quick Summary Box:
- टॉप GST राज्य: महाराष्ट्र (₹3.6L Cr)
- IGST ज़्यादा: महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान
- SGST ज़्यादा: गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश
- संकेत: IGST = इंटर-स्टेट सप्लाई | SGST = लोकल कंजम्प्शन
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