https://janmatexpress.com/category/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4/ में निवेश की दुनिया तेज़ी से बदल रही है — और इसका सबसे बड़ा संकेत है स्टॉकब्रोकर की लिस्ट में बड़ा उलटफेर। पारंपरिक संस्थानों को पीछे छोड़ते हुए Groww ने 1.3 करोड़ एक्टिव क्लाइंट्स के साथ देश के सबसे बड़े स्टॉकब्रोकर का ताज पहन लिया है। Zerodha, जिसने लंबे समय तक इस बाज़ार में दबदबा बनाए रखा था, अब दूसरे स्थान पर खिसक चुका है।
यह सिर्फ नंबर गेम नहीं है। यह ट्रेंड बताता है कि भारत में नया निवेशक वर्ग कौन है, वो किसे चुन रहा है, और क्यों डिजिटल-फर्स्ट प्लेटफॉर्म्स का बोलबाला है।
टॉप 5 स्टॉकब्रोकर (एक्टिव क्लाइंट बेस के अनुसार – 2025):
- Groww – 1.3 करोड़
- Zerodha – 80 लाख
- Angel One – 28 लाख
- UpStox – 19 लाख
- ICICI Direct – 15 लाख
दिलचस्प विश्लेषण और ट्रेंड्स:
सिर्फ एक पारंपरिक फर्म टॉप 5 में
ICICI Securities टॉप 5 में इकलौती पारंपरिक ब्रोकरेज फर्म है। बाकी चार डिजिटल-फर्स्ट या मोबाइल-ओनली प्लेटफॉर्म हैं। यह दर्शाता है कि भारत का नया निवेशक युवा, तकनीक-प्रेमी और यूज़र-फ्रेंडली ऐप्स को प्राथमिकता दे रहा है।
Groww का वर्चस्व
Groww का क्लाइंट बेस Zerodha से 62% ज्यादा है। और ICICI Direct की तुलना में तो 6.8 गुना बड़ा। यह अंतर बताता है कि Groww ने कैसे एक मजबूत और भरोसेमंद ब्रांड बनाकर नई पीढ़ी को अपने साथ जोड़ा।
3. Angel One और Upstox की मजबूती
Angel One और UpStox भले Groww से पीछे हों, लेकिन दोनों ने टियर 2-3 शहरों में बड़ी पकड़ बनाई है।
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
“भारत में निवेश की परिभाषा बदल रही है। अब यूज़र इंटरफेस, कम चार्ज, और ऐप की सहजता निवेशकों के निर्णय तय कर रहे हैं। Groww और Zerodha ने इस ट्रेंड को सबसे पहले पकड़ा।” — जानकार विश्लेषक
भारतीय स्टॉक मार्केट में अब सिर्फ ट्रेडिंग नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी की भी रेस है। Groww का नंबर वन बनना इस बात का प्रमाण है कि आने वाले सालों में डिजिटल ब्रोकर ही निवेश का भविष्य बनेंगे। पारंपरिक ब्रोकरेज फर्मों को भी खुद को डिजिटल रूप में ढालना होगा — वरना वो इस दौड़ में बहुत पीछे छूट जाएंगे।
Quick Summary Box:
- 🥇 Groww: 1.3 करोड़ एक्टिव क्लाइंट्स
- 🥈 Zerodha: 80 लाख
- 🥉 Angel One: 28 लाख
- 🔁 Traditional Firms का गिरता प्रभाव
- 🚀 डिजिटली-सशक्त निवेशकों की बढ़ती ताकत
👉 Join the Janmat Express Team Now – Become a voice that matters in digital journalism.
HR क्या सच में कुछ नहीं करता? इस सवाल के पीछे की पूरी सच्चाई जानने के लिए यहाँ क्लिक करें और समझें HR का असली चेहरा।