https://janmatexpress.com/category/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4/ में जीवन बीमा क्यों ज़रूरी है?
रमेश कुमार गुप्ता (उम्र 38) प्रयागराज में एक प्रमुख बीमा कंपनी में सीनियर सेल्स एग्जीक्यूटिव थे। दो बच्चों के पिता रमेश को शराब पीने की आदत थी, पर काम में वे हमेशा तेज़ रहे। सहकर्मी उन्हें अक्सर सलाह देते कि, “कम से कम टर्म प्लान तो ले लो!”
लेकिन रमेश का जवाब होता:
“मैं शराब पीता हूं, मुझे तो प्रीमियम बहुत महंगा मिलेगा।“
वे मानते थे कि शराब पीने वालों को या तो बीमा नहीं मिलता, या प्रीमियम चार गुना महंगा होता है, जो आम धारणा है — लेकिन पूरी तरह सही नहीं।
हादसा जिसने परिवार की ज़िंदगी बदल दी
2024 की एक बरसाती रात रमेश बाइक से ऑफिस से लौट रहे थे। उन्होंने शराब पी रखी थी। रास्ते में उनका एक्सीडेंट हो गया — सिर में गहरी चोट लगी और हॉस्पिटल में तीसरे दिन उनकी मृत्यु हो गई।
उनके पास कोई जीवन बीमा नहीं था। पत्नी सीमा और दोनों बच्चे न सिर्फ मानसिक आघात, बल्कि आर्थिक संकट में भी डूब गए।
उनके इलाज में जो थोड़ी बहुत बचत थी, वह भी खर्च हो गई। बच्चों की स्कूल फीस रोकनी पड़ी और सीमा को काम तलाशना पड़ा।
रमेश की धारणा: क्या शराब पीने वालों को बीमा नहीं मिलता?
यह आधा सच है।-
बीमा कंपनियाँ शराब पीने की आदत के अनुसार मेडिकल जांच करती हैं।
यदि आदत ज़्यादा है, तो प्रीमियम बढ़ सकता है — लेकिन बीमा मिलता है।
बहुत से लोग इसी गलतफहमी में बीमा नहीं लेते और बाद में उनके परिवार को भारी कीमत चुकानी पड़ती है।
IRDAI की रिपोर्ट (2023-24) के अनुसार:
भारत में 70% से अधिक कमाने वाले पुरुषों के पास पर्याप्त जीवन बीमा नहीं है।
📊 रिपोर्ट पढ़ें: IRDAI वार्षिक रिपोर्ट
भारत में जीवन बीमा क्यों है ज़रूरी?
अनिश्चितताओं से सुरक्षा: दुर्घटना, बीमारी या आकस्मिक मृत्यु के हालात में आर्थिक सुरक्षा।
परिवार की सुरक्षा: बच्चों की पढ़ाई, शादी, और बुज़ुर्गों की देखभाल के लिए फंड।
कर लाभ: धारा 80C और 10(10D) के तहत टैक्स छूट।
वित्तीय नियोजन: रिटायरमेंट के बाद की आय और निवेश का माध्यम।
जीवन बीमा क्या है ?
जीवन बीमा एक प्रकार का वित्तीय सुरक्षा साधन है, जो व्यक्ति की मृत्यु के समय उसके परिवार या नॉमिनी को आर्थिक सहायता प्रदान करता है। यह बीमा संधि एक निश्चित अवधि के लिए होती है, जिसमें बीमाधारक नियमित प्रीमियम का भुगतान करता है। बीमा कंपनी इस प्रीमियम का निवेश करती है, और मृत्यु की स्थिति में, बीमाधारक के परिवार को सुनिश्चित राशि का भुगतान करती है। जीवन बीमा का मुख्य उद्देश्य न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है, बल्कि यह भी लोगों को बचत करने और भविष्य के लिए योजना बनाने में सहायता करना है।
जीवन बीमा के कई प्रकार होते हैं, जिनमें टर्म इंश्योरेंस, एंडोमेंट पॉलिसी और यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान्स शामिल हैं। टर्म इंश्योरेंस सबसे सरल और उचित जीवन बीमा योजना है, जिसमें बीमाधारक एक निर्धारित समय तक सुरक्षा प्राप्त करता है। यदि बीमाधारक निर्दिष्ट अवधि के दौरान निधन हो जाता है, तो उसके परिवार को बीमा राशि मिलती है। दूसरी ओर, एंडोमेंट पॉलिसी एक दीर्घकालिक निवेश है, जो न केवल बीमा कवर प्रदान करती है, बल्कि अवधि समाप्त होने पर एक निश्चित राशि भी देती है। यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान्स (ULIPs) में बीमा और निवेश का सम्मिलन होता है, जिससे व्यक्ति अपने निवेश को विभिन्न वित्तीय उत्पादों में विभाजित कर सकता है।
इस प्रकार, जीवन बीमा न केवल एक सुरक्षा कवच है, बल्कि यह व्यक्ति को अपने भविष्य की आर्थिक सुरक्षा के लिए तैयार करने का साधन भी है। स्थायी वित्तीय सुरक्षा के लिए जीवन बीमा एक आवश्यक साधन माना जाता है, जो विभिन्न जीवन स्थितियों में लाभकारी होता है।
जीवन बीमा के फायदे ?
जीवन बीमा एक महत्वपूर्ण वित्तीय साधन है, जो न केवल सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि कई अन्य लाभ भी देता है। सबसे पहला फायदा यह है कि यह वित्तीय सुरक्षा का एक मजबूत ढांचा बनाता है। जब कोई व्यक्ति अपने जीवन में अप्रत्याशित घटनाओं का सामना करता है, तो जीवन बीमा उसके परिवार को आर्थिक रूप से स्थिरता प्रदान करता है। यदि किसी बीमा धारक की मृत्यु होती है, तो पॉलिसी की राशि नीति धारक के लाभार्थियों को मिलती है, जिससे उनके जीवन में आर्थिक संकट नहीं आता।
इसके अलावा, जीवन बीमा को एक निवेश के रूप में भी देखा जा सकता है। कई लंबी अवधि की जीवन बीमा पॉलिसियां ऐसी होती हैं, जिनमें न केवल बीमा कवर होता है, बल्कि एक निश्चित समय के बाद अपने निवेश पर रिटर्न भी मिलता है। यह एक सुरक्षित तरीके से धन संचय करने का माध्यम है, जिससे व्यक्ति अपनी भविष्य की आवश्यकताओं जैसे बच्चों की शिक्षा, विवाह आदि के लिए पैसे की व्यवस्था कर सकता है।
जीवन बीमा के तहत एक और महत्वपूर्ण लाभ टैक्स छूट का है। भारतीय कर कानून के अनुसार, जीवन बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट मिलती है, जो कि सेक्शन 80C के अंतर्गत आती है। इसके साथ ही, नीति के अंत में मिलने वाली धनराशि भी टैक्स फ्री होती है, जिससे व्यक्ति को लंबे समय में वित्तीय लाभ मिलता है।
अंत में, जीवन बीमा केवल एक पॉलिसी नहीं है, बल्कि यह परिवार को दी गई एक सुरक्षित भविष्य की गारंटी है। यह न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि अपने प्रियजनों के भविष्य को सुनिश्चित करने में भी मदद करता है। इन सभी लाभों के कारण, जीवन बीमा लेना एक समझदारी भरा निर्णय है।
भारत की प्रमुख जीवन बीमा कंपनियाँ और उनका AUM (2025 तक)
IRDAI की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 तक भारत की जीवन बीमा कंपनियों का कुल AUM ₹68 लाख करोड़ तक पहुँच गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13% की वृद्धि है
| कंपनी का नाम | AUM (₹ करोड़ में) | विशेषता |
|---|---|---|
| LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) | ₹49,00,000+ | सबसे पुरानी और विश्वसनीय |
| HDFC Life | ₹2,60,000+ | डिजिटल सेवाओं में अग्रणी |
| SBI Life | ₹3,50,000+ | सरकारी बैंक से जुड़ी स्थिरता |
| ICICI Prudential | ₹2,40,000+ | निवेश-प्रेमियों की पसंद |
| Max Life | ₹1,50,000+ | ग्राहक सेवा में अव्वल |
| Kotak Life | ₹1,10,000+ | तेज़ी से बढ़ती निजी कंपनी |
2025 में, Max Life ने 99.65% से अधिक क्लेम सेटलमेंट रेशियो हासिल किया है, जबकि LIC का रेशियो 96.42% रहा।
जीवन बीमा की आवश्यकता
जीवन बीमा एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपकरण है जो न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि यह परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों को भी पूरा करने में सहायक होता है। जब हम जीवन बीमा के महत्व पर विचार करते हैं, तो सबसे पहले हमें व्यक्तिगत जोखिमों को समझना आवश्यक है। हर व्यक्ति को जीवन में अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ता है, जैसे गंभीर बीमारी, दुर्घटनाएं, या अप्रत्याशित निधन। इनमें से किसी भी घटना के परिणामस्वरूप परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। जीवन बीमा, इस प्रकार, ऐसे जोखिमों के खिलाफ एक ढाल के रूप में कार्य करता है, जिससे बीमाधारक के परिवार को दुर्घटना या बीमारी की स्थिति में आवश्यक वित्तीय सहायता मिल सके।
इसके अलावा, परिवार की जिम्मेदारियाँ भी जीवन बीमा की आवश्यकता को बढ़ा देती हैं। एक व्यक्ति जो अपने परिवार का मुख्य कमाने वाला है, का निधन परिवार के लिए गंभीर आर्थिक संकट का कारण बन सकता है। जीवन बीमा की पॉलिसी न केवल सुरक्षित भविष्य के लिए जरूरी है, बल्कि यह परिवार के सदस्यों की आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने का एक साधन भी है। अगर बीमाधारक के पास उपयुक्त जीवन बीमा कवर है, तो उसके परिवार को भविष्य में विद्यालय की फीस, स्वास्थ्य देखभाल, और अन्य जरूरी खर्चों को संभालने में मदद मिलती है।
भविष्य की योजनाओं के संदर्भ में भी, जीवन बीमा की भूमिका महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, बच्चों की शिक्षा, घर खरीदने या अपनी सेवानिवृत्ति के समय के लिए धन की आवश्यकता होती है। जीवन बीमा की पॉलिसी निवेश के रूप में भी कार्य कर सकती है, जिससे न केवल सुरक्षा मिलती है, बल्कि बचत भी की जा सकती है। इस प्रकार, जीवन बीमा न केवल अनिश्चितताओं से सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि व्यक्तिगत और परिवार के वित्तीय लक्ष्यों को भी पूरा करने में सहायक होता है।
समय समय पर बीमा की समीक्षा
बीमा पॉलिसी की समय समय पर समीक्षा करना एक महत्वपूर्ण कदम है जो किसी भी व्यक्ति को अपने वित्तीय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उठाना चाहिए। जीवन में कई ऐसे बदलाव होते हैं, जैसे कि विवाह, बच्चों का जन्म, घर खरीदना, या नौकरी में बदलाव, जिनके कारण आपकी बीमा जरूरतें भी बदल सकती हैं। यदि आप इन परिवर्तनों के अनुसार अपनी बीमा पॉलिसी का पुनरीक्षण नहीं करते हैं, तो आप अनजाने में खुद को जोखिम में डाल सकते हैं।
एक सतत रूप से बदलती जीवनशैली के बीच, यह जरूरी है कि आपकी बीमा पॉलिसी भी उसी अनुरूप अद्यतित हो। उदाहरण के लिए, जब आप किसी नए परिवार के सदस्य का स्वागत करते हैं, तो आपके पास उनके भविष्य के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत हो सकती है। इस स्थिति में, आपकी वर्तमान जीवन बीमा पॉलिसी की रकम बढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है।
इसके अलावा, नौकरी में बदलाव से आपकी वित्तीय स्थिति प्रभावित हो सकती है। यदि आपके वेतन में वृद्धि होती है, तो आपके लिए उच्च कवरेज सीमा वाली पॉलिसी लेना लाभदायक हो सकता है। दूसरी ओर, यदि आप अपने करियर में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं तो आपको अपने बीमा खर्चों पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है।
इसके अतिरिक्त, मुद्रास्फीति और आर्थिक स्थितियों में परिवर्तन भी आपके निर्णयों को प्रभावित कर सकते हैं। नियमित रूप से अपनी बीमा पॉलिसी की समीक्षा करने से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी कवरेज आपकी वास्तविक ज़रूरतों के अनुरूप हो और आप अनावश्यक खर्चों से बचें। इस प्रकार, यह अनुशंसा की जाती है कि एक निश्चित अंतराल पर अपने बीमा पॉलिसी की पुनरावलोकन अवश्य करें, ताकि आप महत्वपूर्ण सुरक्षा कवरेज प्राप्त कर सकें।
जीवन बीमा लेने के टिप्स
जीवन बीमा के लिए सही पॉलिसी का चयन करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जो आपकी वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि आप अपनी आवश्यकता और व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार सही बीमा योजना का चयन करें। आप विभिन्न प्रकार की जीवन बीमा पॉलिसियों की तुलना करें, जैसे कि टर्म इंश्योरेंस, यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP), और एंडोमेंट पॉलिसी। प्रत्येक की विशेषताएँ और लाभ अलग-अलग होते हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि आप अपनी वित्तीय आवश्यकता के अनुसार निर्णय लें।
दूसरा महत्वपूर्ण कदम प्रीमियम की तुलना करना है। विभिन्न कंपनियों से प्रस्तावित प्रीमियम को ध्यानपूर्वक विश्लेषित करें। यदि संभव हो, तो बीमा कवर के लिए आवश्यक राशि और उपलब्ध लाभों के आधार पर प्रीमियम से संबंधित विभिन्न प्रस्तावों की तुलना करें। अक्सर, कंपनियाँ अलग-अलग कवर विकल्प और कीमतें प्रदान करती हैं, जो आपकी स्थिति के अनुसार उपयुक्त हो सकती हैं।
इसके अलावा, पॉलिसी की शर्तों को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है। बीमा पॉलिसी के दस्तावेज़ों को ध्यान से पढ़ें और सभी शर्तों एवं प्रावधानों को समझने का प्रयास करें। इसमें दावा प्रक्रिया, मृत्यु का कारण, और पॉलिसी नवीनीकरण के नियम शामिल होते हैं। अगर कोई दूसरा सवाल या संदेह हो, तो बीमा एजेंट से पूछें या कंपनी की सहायता सेवा से संपर्क करें। यह सुनिश्चित करें कि आप समझते हैं कि आपकी पॉलिसी क्या कवर करती है और आपको क्या जिम्मेदारियाँ निभानी होंगी।
इन टिप्स का पालन करके, आप एक सटीक और संतोषजनक जीवन बीमा पॉलिसी का चयन कर सकते हैं जो आपके वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करती है।
बीमा क्लेम कैसे करे ?
जीवन बीमा का क्लेम प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण चरण है जो न केवल बीमित व्यक्ति के परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि यह बीमा कंपनियों की विश्वसनीयता को भी दर्शाता है। इस प्रक्रिया में पहला कदम है, क्लेम फाइल करना। जीवन बीमा का क्लेम आमतौर पर उस समय दर्ज किया जाता है जब बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है या जब कोई अन्य घटना होती है, जिसके परिणामस्वरूप दावा किया जाना आवश्यक हो जाता है।
क्लेम फाइल करने के लिए, आवेदक को बीमा कंपनी के द्वारा निर्धारित आवश्यक दस्तावेजों को प्रस्तुत करना होता है। इनमें बीमित व्यक्ति की मृत्यु प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, और बीमा पॉलिसी से संबंधित दस्तावेज शामिल होते हैं। यह आवश्यक है कि सभी दस्तावेज पूर्ण और सटीक हों ताकि कोई अतिरिक्त विलंब न हो। कभी-कभी, बीमा कंपनियाँ विभिन्न स्पष्टीकरण मांग सकती हैं, जिससे क्लेम का निपटारा करने में समय लग सकता है।
क्लेम की प्रक्रिया में आने वाली संभावित समस्याओं में सामान्यतः दस्तावेजों की कमी, लाइफ कवर की शर्तों का पालन न करना या प्रारंभिक आधार पर दावों का अस्वीकृत होना शामिल है। यदि किसी कारणवश क्लेम अस्वीकृत हो जाता है, तो आवेदक कंपनी के साथ दोबारा संवाद स्थापित कर सकता है और स्पष्टीकरण मांग सकता है। इसके अलावा, कुछ बीमा कंपनियाँ अपीलीय प्रक्रियाएँ भी स्थापित करती हैं, जहाँ दावाकर्ता अपनी बात को पुनः प्रस्तुत कर सकते हैं।
अंत में, जीवन बीमा क्लेम प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है, ताकि दावाकर्ता किसी भी संभावित बाधाओं का सामना कर सकें और अपने हक के दावे को सही तरीके से पूरा कर सकें। इसलिए, अपने बीमा प्रदाता से क्लेम प्रक्रिया के सभी पहलुओं को स्पष्ट रूप से समझना आवश्यक है।
जीवन बीमा मिथक
जीवन बीमा के प्रति कई भ्रांतियाँ और मिथक आमतौर पर प्रचलित हैं, जो लोगों को इस महत्वपूर्ण वित्तीय साधन के लाभों से वंचित कर सकती हैं। इनमें से एक प्रमुख मिथक यह है कि जीवन बीमा केवल उन लोगों के लिए आवश्यक है, जो किस्तों की जिम्मेदारियों या परिवार की देखभाल करने के लिए अनिवार्य होते हैं। हालांकि, जीवन बीमा वास्तव में किसी भी व्यक्ति के लिए लाभकारी हो सकता है, न सिर्फ उन लोगों के लिए जिनकी जिम्मेदारियां हैं। यह अन्य चारित्रिक रूपों में भी मूल्यवान है, जैसे कि बचत और निवेश।
एक और सामान्य भ्रांति यह है कि जीवन बीमा महंगा है और केवल उच्च-आय वाले लोग ही इसे खरीद सकते हैं। वास्तव में, आज के बीमा उत्पादों में विभिन्न प्रकार के विकल्प उपलब्ध हैं, जो बजट में समायोजित हो सकते हैं। बीमाकर्ता विभिन्न कवरेज विकल्प और प्रीमियम योजनाएं प्रस्तुत करते हैं, जो किसी के वित्तीय हालात के आधार पर उपयुक्त होती हैं। इस प्रकार, इसकी पहुँच आम आदमी के लिए भी संभव है।
इसके अलावा, एक अन्य मान्यता यह है कि जीवन बीमा केवल मृत्यु के समय ही लाभदायक होता है। यह ठीक नहीं है, क्योंकि कई बीमा नीतियों में, जैसे टर्म इंश्योरेंस, नीति का पूरा मूल्य लाभार्थियों को तब तक नहीं मिलता जब तक कि बीमृत व्यक्ति की मृत्यु होती है। वहीं, कुछ जीवन बीमा योजनाएं ग्राहक को बीमा अवधि समाप्त होने पर धन वापस करने का विकल्प भी प्रदान करती हैं, जो उनके संचित धन को सुनिश्चित करती हैं।
इन भ्रांतियों का निराकरण करना आवश्यक है, ताकि लोग जीवन बीमा के लाभों को समझ सकें और अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित कर सकें। सही जानकारी के साथ, व्यक्ति न केवल अपने लिए बल्कि अपने परिवार के लिए भी एक मजबूत वित्तीय आधार तैयार कर सकता है।
जीवन बीमा एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपकरण है जो व्यक्तिगत और वित्तीय सुरक्षा दोनों को सुनिश्चित करता है। यह केवल एक वित्तीय उत्पाद नहीं है, बल्कि एक सुरक्षा रणनीति भी है, जो परिवारों को अनपेक्षित हालात में आर्थिक सहयोग प्रदान करती है। जीवन बीमा के माध्यम से, व्यक्ति अपने परिवार की भलाई सुनिश्चित कर सकता है, ताकि वे व्यक्तिगत वित्तीय संकट के समय में सुरक्षित और स्थिर रह सकें। इसके अतिरिक्त, बीमा की मदद से व्यक्ति अपनी आय के स्रोत की सुरक्षा कर सकता है, जो परिवार की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक है।
भारत में जीवन बीमा कंपनियों की विविधता ने लोगों के लिए ऐसे विभिन्न विकल्प उपलब्ध कराए हैं, जो उनकी विशेष आवश्यकताओं के अनुरूप हैं। बीमा पॉलिसियों में विभिन्न प्रकार की कवर, प्रीमियम दाम और बीमा की शर्तें शामिल होती हैं, जिससे व्यक्ति अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना चुन सकता है। यह सही योजना न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि व्यक्ति को मानसिक शांति भी देती है।
जीवन बीमा को व्यक्तिगत वित्तीय योजना का एक अनिवार्य हिस्सा मानना चाहिए। यह न केवल आज की वास्तविकताओं के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भविष्य के लिए भी सुरक्षा का एक मजबूत माध्यम बनाता है। यही कारण है कि जागरूकता बढ़ाना और सलाह लेना बेहद आवश्यक है, ताकि लोग इस वित्तीय सुरक्षा की आवश्यकता को समझ सकें और इसे अपने जीवन का एक आवश्यक अंश बना सकें। यदि आपने अभी तक जीवन बीमा नहीं लिया है, तो अब सही समय है कि आप इस दिशा में कदम बढ़ाएँ।
संपादकीय सलाह:
“जीवन बीमा लेने में देरी मत कीजिए। ये फैसला सिर्फ आपके लिए नहीं, आपके परिवार की इज्जत और अस्तित्व के लिए ज़रूरी है।”
— शेखर सुमन सिंह, संपादक, Janmat Express
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